Up police भर्ती परीक्षा: पेपर लीक कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 20 से ज्यादा गिरफ्तार।

Up police भर्ती परीक्षा: पेपर लीक कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 20 से ज्यादा गिरफ्तार

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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती के पहले दिन की परीक्षा खत्म हो गई है। वहीं, दूसरे चरण की परीक्षा कल यानि कि 18 फरवरी को आयोजित की जाएगी। इसके बाद भर्ती परीक्षा की आंसर-की और रिजल्ट जारी किया जाएगा। रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकेंगे। अभी तक पेपर लीक आदि की खबर नहीं है। हालांकि, कई जगहों पर एसटीएफ ने पेपर लीक कराने वाले गिरोह भंड़ाफोड़ जरूर किया है।

पीटीआई, मेरठ

 

पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों का उपयोग करने की योजना बनाने के आरोप में एटा, बिजनौर और फिरोजाबाद से नकल माफिया गिरोह से जुड़े 21 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। एटा में 15 लोगों की गिरफ्तारी हुई। बिजनौर पुलिस ने फिंगर प्रिंट की जांच करते एक सॉल्वर को गिरफ्तार किया है। फिरोजाबाद में नकल माफिया गिरोह के चार गुर्गों को पकड़ा गया। बलिया में पुलिस भर्ती परीक्षा पास कराने की एवज में उम्मीदवारों से कथित रूप से रुपये लेते एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपी सलीम अंसारी से 8.99 लाख बरामद किए हैं। शामली में बायोमीट्रिक से पहचान न होने पर एक उम्मीदवार को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को हुई उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रमोशन बोर्ड की परीक्षा के मद्देनजर पूरे प्रदेश में पुलिस और स्थानीय प्रशासन सतर्क रहा।

छात्राओं के जूड़े तक चेक किए गए

यूपी पुलिस सिपाही के 60,244 पदों के लिए भर्ती परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन दो पाली में परीक्षा हुई। मुजफ्फरनगर में 24, मेरठ में 35, बागपत में 28, सहारनपुर में 46 केंद्रों पर परीक्षा हुई। अन्य जिलों में भी परीक्षा कराई गई। सभी जिलों में काफी परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ भी दी। केंद्रों पर जैमर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कड़ी चेकिंग की गई। कई जगह छात्राओं के जूड़े तक चेक किए गए। सुरक्षा में पुलिस के साथ आरएएफ और पीएसी को भी लगाया गया है। एसटीएफ भी निगरानी करती रही। एडीजी मेरठ डीके ठाकुर और आईजी मेरठ नचिकेता झा पूरे दिन मॉनिटरिंग करते रहे। मेरठ में लखनऊ से रिटायर्ड आईजी आरके चतुर्वेदी के अलावा एसएसपी, आईजी, एसपी सिटी, एसपी देहात और एसपी ट्रैफिक ने मेरठ में 14 सेक्टर बनाकर नजर रखी। क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और सर्विलांस सेल की टीम ने भी सोशल मीडिया पर नजर रखी। अभ्यर्थियों की बायो मीट्रिक और फेस रीडर जांच की गई।

फिंगर प्रिंट की जांच के समय सॉल्वर गिरफ्तार

बिजनौर शहर के रूट्स इंटरनैशनल स्कूल के एग्जाम सेंटर पर पुलिस ने फिंगरप्रिंट की जांच करते समय एक सॉल्वर पकड़ लिया। आरोपी बिहार का रहने वाला है। बिजनौर के परीक्षार्थी की जगह वह परीक्षा देने आया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी अभिनव से पूछताछ की जा रही है। बिजनौर के आशीष की जगह परीक्षा देने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया। बिजनौर में 32 केंद्रों पर 16248 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। जिले को चार जोन और 11 सेक्टर में बांटा गया था।

फिरोजाबाद में पांच लाख रुपये में हुई थी डील

फिरोजाबाद जिला पुलिस, एसओजी‌ और सर्विलांस टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जी लोगों को परीक्षा दिलाने वाले सॉल्वर गिरोह के चार गुर्गों को कोड वर्ड में लिखे दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया है। ये पांच लाख रुपये लेकर उम्मीदवार की जगह फर्जी परीक्षार्थी से परीक्षा दिलाते थे। एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक गिरफ्तार सॉल्वर गिरोह का सरगना‌ हरिशंकर कंप्यूटर सेंटर संचालक है। उसके साथ रामनेश, अभिषेक यादव और नितिन यादव‌ भी थे। हरिशंकर ने अभिषेक और नितिन की जगह दूसरे परीक्षार्थी बैठने के लिए 5 -5 लाख में बात की थी। कुछ रुपये एडवांस भी दे दिए थे

शामली में बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन नहीं किया। 

शामली में 11 केंद्रों पर यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा पहले दिन हुई। सभी केंद्रों को सीसीटीवी और जैमर भी लैस किया गया है। एसपी और डीएम ने भी परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। जिले को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है। सभी फोटो स्टेट और कोचिंग सेंटरों को तीन दिन बंद कराया गया। बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया। एक अभ्यर्थी का बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन नहीं होने से खलबली मच गई। अभ्यर्थी का नाम खादिम बताया गया। पूछताछ और जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी की परीक्षा रविवार को होनी है, लेकिन वह गलती से पहले दिन शनिवार को परीक्षा देने पहुंच गया था। इसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थी को छोड़ दिया।

मुजफ्फरनगर में रखी गई पैनी नजर….

मुजफ्फरनगर में 24 केंद्रों पर परीक्षा हुई। फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम सक्रिय रही। जिला नोडल अधिकारी व पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह ने मुताबिक सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। सहारनपुर में 46 केंद्रों पर 45 हजार उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। बागपत जिले में 28 केंद्रों पर परीक्षा हुई। परीक्षा में कोई सेंधमारी नहीं कर सके, इसके लिए एसटीएफ की नजर रही। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र से दो सौ मीटर के दायरे में किसी भी व्यक्ति को नहीं जाने दिया गया। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की गई

हाथरस में जाम में फंसे रहे लोग……..

हाथरस जिले में 19 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सुबह से ही परीक्षा केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी लाइन लग गई थी। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बंद करा दिया गया। परीक्षा को लेकर रूट भी डायवर्ट किया गया था। फिर भी हाथरस शहर में भीषण जाम झेलना पड़ा। दरअसल हजारों की तादाद में परीक्षार्थी और उनके अभिभावक शहर में आए हुए थे। परीक्षा छूटने के वक्त ज्यादा जाम लगा। ऐंबुलेंस और रोडवेज बसें जाम में फंसी रहीं